लक्ष्मी कहा आती है ? मूर्खो के लक्षण | Murkha lakshan |
मूर्खो के लक्षण
सुभाषित
मुर्ख | यत्र न पूज्यन्ते धान्यं यत्र सुसंचितं |
दम्पत्यो कलहः नास्ति तत्र श्रीः स्वयमागतः ||
लक्ष्मी कहा आती है |
श्लोकार्थ
जहा मूर्खो की पूजा नहीं होती ( मूर्खो को ज्यादा सन्मान देना )
जहा सिर्फ धन का नहीं अपितु धान्य का संचय होता है,
जहा पति और पत्नी के बीच कलह नहीं होता वहा लक्ष्मी
स्वयं दौड़कर आती है अर्थात स्थिर लक्ष्मी का निवास होता है ||
|| अस्तु ||
लक्ष्मी कहा आती है ? मूर्खो के लक्षण | Murkha lakshan |
Reviewed by Bijal Purohit
on
8:38 am
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