संस्कृत सुभाषित हिंदी अर्थ सहित | सम्पूर्णकंभो न करोति | Sanskrit subhashit |
सम्पूर्ण कुम्भो न करोति
|| सुभाषित ||
सम्पुर्णकुम्भो न करोति शब्दं
अर्धोघटो घोषमुपैती पूनम |
विद्वानं कुलीनों न करोति गर्वं
गुणैर्वीहिना बहु जल्पयन्ति ||
संस्कृत सुभाषित |
|| अर्थ ||
सम्पूर्ण जल से भरा हुआ घड़ा कभी आवाज़ नहीं करता
किन्तु आधा पानी भरा हुआ घड़ा ज्यादा आवाज़ करता है
जैसे विद्वान लोग बहुत शांत होते है
लेकिन अधूरे ज्ञानी लोग बहुत चिल्लम चिल्ला करते है |
|| जय श्री कृष्ण ||
संस्कृत सुभाषित हिंदी अर्थ सहित | सम्पूर्णकंभो न करोति | Sanskrit subhashit |
Reviewed by Bijal Purohit
on
7:55 am
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मौलिक ज्ञान को सांझा करने के लिए आभारी हूं
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