संस्कृत सुभाषित हिंदी अर्थ सहित | भाषासु मुख्या मधुरा | Sanskrit Subhashit |
भाषासु मुख्या मधुरा
|| सुभाषित ||
भाषासु मुख्या मधुरा दिव्या गिर्वाण भारती |
तस्माधी काव्यं मधुरं तस्मादपि सुभाषितं ||
संस्कृत सुभाषित |
|| अर्थ ||
सभी भाषाओ में मुख्य भाषा ( देवभाषा ) है और
उसमे भी मधुरभाषा संस्कृत है, उसमे भी काव्य अच्छे और सुन्दर है
उसमे भी काव्य से भी अच्छे सुभाषित होते है |
इसी लिए संस्कृत श्लोको और मंत्रो देवी-देवता प्रसन्न होते है |
|| जय श्री कृष्ण ||
संस्कृत सुभाषित हिंदी अर्थ सहित | भाषासु मुख्या मधुरा | Sanskrit Subhashit |
Reviewed by Bijal Purohit
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6:50 am
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