संस्कृत सुभाषित हिंदी अर्थ सहित | शतेषु जायते शूरः | Sanskrit subhashita |
शतेषु जायते शूरः
संस्कृत सुभाषित |
|| सुभाषित ||
शतेषु जायते शूरः सहस्त्रेषु च पण्डितः |
वक्ता दशसहस्त्रेषु दाता भवति वा न वा ||
|| अर्थ ||
सौ लोगो में से एक मनुष्य शूरवीर पैदा होता है
एक हजार लोगो में सिर्फ एक विद्वान पंदिर जन्म लेता है
दशहजार जन्मे हुये लोगो में सिर्फ एक अच्छा प्रवक्ता ( कथाकार ) जन्म लेता है
वैसे ही दाता दानवीर तो बहुत भाग्य से ही या
अनेको लोको में सिर्फ एक जन्मलेता है |
|| जय श्री कृष्ण ||
संस्कृत सुभाषित हिंदी अर्थ सहित | शतेषु जायते शूरः | Sanskrit subhashita |
Reviewed by Bijal Purohit
on
8:11 am
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