श्री रामचन्द्र जी की आरती | Shri Ram Aarti | Aarti Kije |
श्री रामचन्द्र जी की आरती
आरती कीजै रामचन्द्र जी की |
हरी हरी दुष्ट दलन सीतापति जी की || आरती कीजै ||
पहली आरती पुष्पन की माला |
काली नाग नाथ लाये गोपाला || आरती कीजै ||
दूसरी आरती देवकी नन्दन |
भक्त उबारन कंस निकन्दन || आरती कीजै ||
तीसरी आरती त्रिभुवन मन मोहे |
रत्न सिंहासन सीता रामजी सोहे || आरती कीजै ||
चौथी आरती चहुं युग पूजा |
देव निरंजन स्वामी और न दूजा || आरती कीजै ||
पांचवीं आरती राम को भावे |
राम जी का यश नाम देव जी गावे || आरती कीजै ||
|| श्री रामचन्द्र जी की आरती समाप्तः ||
श्री रामचन्द्र जी की आरती | Shri Ram Aarti | Aarti Kije |
Reviewed by Bijal Purohit
on
1:47 pm
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