रेखात्मक द्वादशलिंगतोभद्र | Rakhatmak dwadashlingatobhdra |
रेखात्मक द्वादशलिंगतोभद्र१. ॐ गुरवे नमः | २. ॐ गणपतये नमः |३. ॐ दुर्गायै नमः |४. ॐ क्षेत्रपालाय नमः |५. ॐ सदाशिवाय नमः |६. ॐ कालाग्निरुद्राय नमः |७. ॐ कूर्माय नमः |८. ॐ मंडूकाय नमः |९. ॐ वाराहाय नमः |१०. ॐ अनंताय नमः || १० ||
११. ॐ पृथव्यै नमः |
१२. ॐ स्कंदाय नमः |
१३. ॐ सुधासिंधवे नमः |
१४. ॐ नलाय नमः |
१५. ॐ पद्माय नमः |
१६. ॐ पत्रेभ्यो नमः |
१७. ॐ केसरेभ्यो नमः |
१८. ॐ कार्णिकायै नमः |
१९. ॐ सिंहासनाय नमः |
२०. ॐ पद्मासनाय नमः || २० ||
२१. ॐ धर्माय नमः |
२२. ॐ ज्ञानाय नमः |
२३. ॐ वैराग्याय नमः |
२४. ॐ ऐश्वर्याय नमः |
२५. ॐ चिदाकाशाय नमः |
२६. ॐ योगपीठाय नमः |
२७. ॐ पृथिव्यै नमः |
२८. ॐ कपालाय नमः |
२९. ॐ सप्तसरिद्भ्यो नमः |
३०. ॐ सप्तसागरेभ्यो नमः || ३० ||
३१. ॐ तत्पुरुषाय नमः |
३२. ॐ अघोराय नमः |
३३. ॐ सद्योजाताय नमः |
३४. ॐ वामदेवाय नमः |
३५. ॐ भगवत्यै नमः |
३६. ॐ उमायै नमः |
३७. ॐ शंकरप्रियायै नमः |
३८. ॐ पार्वत्यै नमः |
३९. ॐ गौर्यै नमः |
४०. ॐ काल्यै नमः || ४० ||
४१. ॐ कौमार्यै नमः |
४२. ॐ विश्वंभर्यै नमः |
४३. ॐ नंदिने नमः |
४४. ॐ महाकालाय नमः |
४५. ॐ महावृषभाय नमः |
४६. ॐ भृगकिरीटिने नमः |
४७. ॐ स्कंदाय नमः |
४८. ॐ उमापतये नमः |
४९. ॐ चण्डेश्वराय नमः |
५०. ॐ योगसूत्राय नमः || ५० ||
५१. ॐ धात्रे नमः |
५२. ॐ मित्राय नमः |
५३. ॐ यमाय नमः |
५४. ॐ रुद्राय नमः |
५५. ॐ वरुणाय नमः |
५६. ॐ सूर्याय नमः |
५७. ॐ भगाय नमः |
५८. ॐ विवस्वते नमः |
५९. ॐ पुरुषोत्तमाय नमः |
६०. ॐ सवित्रे नमः || ६० ||
६१. ॐ त्वष्ट्रे नमः |
६२. ॐ विष्णवे नमः |
६३. ॐ शिवाय नमः |
६४. ॐ एकनेत्राय नमः |
६५. ॐ एकरुद्राय नमः |
६६. ॐ त्रिमूर्तयै नमः
६७. ॐ श्री कंठाय नमः |
६८. ॐ वामदेवाय नमः |
६९. ॐ ज्येष्ठाय नमः |
७०. ॐ श्रेष्ठाय नमः || ७० ||
७१. ॐ रुद्राय नमः
७२. ॐ कालाय नमः |
७३. ॐ कलविकरणाय नमः |
७४. ॐ बलविकरणाय नमः |
७५. ॐ अणिमयै नमः |
७६. ॐ महिमायै नमः |
७७. ॐ लधिमायै नमः |
७८. ॐ गरिमायै नमः |
७९. ॐ प्राप्त्यै नमः |
८०. ॐ प्राकाम्यै नमः || ८० ||
८१. ॐ ईशितायै नमः |
८२. ॐ वशितायै नमः |
८३. ॐ ब्राह्मयै नमः |
८४. ॐ माहेश्वर्यै नमः |
८५. ॐ कौमार्यै नमः |
८६. ॐ वैष्णव्यै नमः |
८७. ॐ वाराह्यै नमः |
८८. ॐ इन्द्राण्यै नमः |
८९. ॐ चामुण्डायै नमः |
९०. ॐ चण्डिकायै नमः || ९० ||
९१. ॐ असितांग भैरवाय नमः |
९२. ॐ रुरु भैरवाय नमः |
९३. ॐ चण्डभैरवय नमः |
९४. ॐ क्रोधभैरवाय नमः |
९५. ॐ उन्मत्त भैरवाय नमः |
९६. ॐ कालभैरवाय नमः |
९७. ॐ भीषणभैरवाय नमः |
९८. ॐ संहार भैरवाय नमः |
९९. ॐ धृताच्यै नमः |
१००. ॐ मेनकायै नमः || १०० ||
१०१. ॐ रंभायै नमः |
१०२. ॐ उर्वश्यै नमः |
१०३. ॐ तिलोत्तमायै नमः |
१०४. ॐ सुकेशायै नमः |
१०५. ॐ मंजुधोषायै नमः |
१०६. ॐ अप्सरोभ्यो नमः |
१०७. ॐ भवाय नमः |
१०८. ॐ शिवाय नमः |
१०९. ॐ रुद्राय नमः |
११०. ॐ पशुपतये नमः || ११० ||
१११. ॐ उग्राय नमः |
११२. ॐ भीमाय नमः |
११३. ॐ महादेवाय नमः |
११४. ॐ ईशानाय नमः |
११५. ॐ अनंताय नमः |
११६. ॐ वासुकये नमः |
११७. ॐ तक्षकाय नमः |
११८. ॐ कुलीरकाय नमः |
११९. ॐ कर्कोटकाय नमः |
१२०. ॐ शंखपालाय नमः || १२० ||
१२१. ॐ कांबलाय नमः |
१२२. ॐ अश्वतराय नमः |
१२३. ॐ वैन्याय नमः |
१२४. ॐ अंगाय नमः |
१२५. ॐ हेहयाय नमः |
१२६. ॐ अर्जुनाय नमः |
१२७. ॐ शाकुन्तलेयाय नमः |
१२८. ॐ भरताय नमः |
१२९. ॐ नलाय नमः |
१३०. ॐ रामाय नमः || १३० ||
१३१. ॐ सार्वभौमाय नमः |
१३२. ॐ निषधाय नमः |
१३३. ॐ विंध्याचलाय नमः |
१३४. ॐ माल्यवत्ये नमः |
१३५. ॐ परियात्राय नमः |
१३६. ॐ सह्याय नमः |
१३७. ॐ हेमकूटाय नमः |
१३८. ॐ गंधमादनाय नमः |
१३९. ॐ कुलाचलाय नमः |
१४०. ॐ हिमवते नमः || १४० ||
१४१. ॐ रैवताय नमः |
१४२. ॐ देवगिरये नमः |
१४३. ॐ मलयाचलाय नमः |
१४४. ॐ कनकाचलाय नमः |
१४५. ॐ पृथव्यै नमः |
१४६. ॐ अनंताय नमः |
१४७. ॐ अग्निकुमाराभ्यां नमः |
१४८. ॐ विश्वेभ्यो देवेभ्यो नमः |
१४९. ॐ पितृभ्यो नमः |
१५०. ॐ नागेभ्यो नमः || १५० ||
१५१. ॐ इन्द्राय नमः |
१५२. ॐ अग्नये नमः |
१५३. ॐ यमाय नमः |
१५४. ॐ निरृतये नमः |
१५५. ॐ वरुणाय नमः |
१५६. ॐ वायव्ये नमः |
१५७. ॐ कुबेराय नमः |
१५८. ॐ ईशानाय नमः |
१५९. ॐ ब्रह्मणे नमः |
१६०. ॐ अनन्ताय नमः || १६० ||
१६१. ॐ वज्राय नमः |
१६२. ॐ शक्त्ये नमः |
१६३. ॐ दण्डाय नमः |
१६४. ॐ खड्गाय नमः |
१६५. ॐ पाशाय नमः |
१६६. ॐ अंकुशाय नमः |
१६७. ॐ गदायै नमः |
१६८. ॐ त्रिशूलाय नमः |
१६९. ॐ पद्माय नमः |
१७०. ॐ चक्राय नमः || १७० ||
१७१. ॐ कश्यपाय नमः |
१७२. ॐ अत्रये नमः |
१७३. ॐ भराद्वाजाय नमः |
१७४. ॐ विश्वामित्राय नमः |
१७५. ॐ गौतमाय नमः |
१७६. ॐ जमदग्नये नमः |
१७७. ॐ वसिष्ठाय नमः |
१७८. ॐ अरुन्धत्यै नमः |
१७९. ॐ ऋग्वेदाय नमः |
१८०. ॐ यजुर्वेदाय नमः || १८० ||
१८१. ॐ सामवेदाय नमः |
१८२. ॐ अथर्ववेदाय नमः || १८२ ||
|| अस्तु ||
रेखात्मक द्वादशलिंगतोभद्र | Rakhatmak dwadashlingatobhdra |
Reviewed by Bijal Purohit
on
3:56 am
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