स्वस्ति प्रार्थना मंत्र | Shantipath mantra |

 

स्वस्ति प्रार्थना मंत्र

स्वस्ति प्रार्थना मंत्र



हरिः   स्वस्तिनऽइन्द्रो वृद्धश्रवाः

 स्वस्तिनः पूषाव्विश्ववेदाः ||

स्वस्तिनस्तार्क्ष्योऽअरिष्ट्टनेमिः

 स्वस्तिनोबृहस्प्पतिर्दधातु ||


हे तेजस्वी इंद्र ऐश्वर्यशाली इन्द्र हमारा कल्याण करे,

सर्वज्ञ और सबके पोषणकर्ता पूषादेव ( सूर्य ) हमारे मङ्गल का विधान करे |

चक्र की समान  कोई रोक नहीं सकता वो तार्क्ष्यदेव हमारा कल्याण करे |

वेदवाणी के स्वामी बृहस्पति हमारे कल्याण का विधान करे |


|| अस्तु ||

स्वस्ति प्रार्थना मंत्र | Shantipath mantra | स्वस्ति प्रार्थना मंत्र | Shantipath mantra | Reviewed by Bijal Purohit on 12:46 pm Rating: 5

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